ग्वालियर। 05 सितम्बर 2025। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ग्वालियर धर्मवीर सिंह (भापुसे) के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुमन गुर्जर के मार्गदर्शन में ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने सायबर फ्रॉड के एक बड़े मामले का पर्दाफाश कर 38 लाख रुपए की डिजिटल धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है।

महिला को डिजिटल अरेस्ट कर 38 लाख की धोखाधड़ी करने वाला आरोपी जयपुर से गिरफ्तार, 

ग्वालियर। 05 सितम्बर 2025। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ग्वालियर धर्मवीर सिंह (भापुसे) के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुमन गुर्जर के मार्गदर्शन में ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने सायबर फ्रॉड के एक बड़े मामले का पर्दाफाश कर 38 लाख रुपए की डिजिटल धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है।

क्राइम ब्रांच थाना प्रभारी निरीक्षक अमित शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम ने तकनीकी आधार पर आरोपी की लोकेशन का पता लगाकर राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपी का नाम हरीश चौधरी (उम्र 23 वर्ष) निवासी मंडी फागी, जिला जयपुर बताया गया है।

*आरोपी के पंजाब नेशनल बैंक खाते में ठगी के 35 लाख रुपए ट्रांसफर होना पाया गया है।*

आपको बता दें कि फरियादिया डॉ. सुजाता बापट, निवासी गुलमोहर सिटी ग्वालियर ने क्राइम ब्रांच में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 09 अप्रैल 2024 को उनके पास एक कॉल आया जिसमें स्वयं को डीएचएल कंपनी का अधिकारी बताकर कहा गया कि आपके नाम से लखनऊ से म्यांमार एक पार्सल बुक हुआ है। पार्सल में पासपोर्ट, क्रेडिट कार्ड, लैपटॉप व ड्रग्स होने की बात कहकर उन्हें डराया गया।

बाद में टेलीग्राम वीडियो कॉल पर पुलिस वर्दीधारी व्यक्ति ने खुद को अधिकारी बताते हुए फरियादिया को “डिजिटल अरेस्ट” कर दिया और मनी लॉन्ड्रिंग व मानव तस्करी मामले में फंसाने की धमकी दी। इस तरह फरियादिया से कुल 38 लाख रुपये की ठगी की गई।

मामले की जांच के दौरान तकनीकी साक्ष्यों से आरोपी की पहचान होने पर पुलिस टीम ने जयपुर में दबिश देकर उसे गिरफ्तार किया और ग्वालियर लाकर न्यायालय में पेश किया।

इस सफलता में थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच निरीक्षक अमित शर्मा, साइबर क्राइम प्रभारी निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह कुशवाह, निरीक्षक आर.बी. शर्मा, उपनिरीक्षक रवि सिंह, उपनिरीक्षक धर्मेन्द्र शर्मा, उपनिरीक्षक हरेंद्र राजपूत, उपनिरीक्षक मधु बंसल आदि की सराहनीय भूमिका है।