करैरा में बेलगाम बिजली चोरी ,का खामीयाजा भुगत रही आम जनता विद्युत मंडल की नाक के नीचे फैला अवैध कनेक्शनों का जाल।
लाईन परिचालक पर लगाये साँठ गांठ के आरोप
करैरा, : करैरा नगर में बिजली चोरी का गोरखधंधा खुलेआम फल-फूल रहा है। नेशनल हाईवे से लेकर शहर के मोहल्लों तक, हर जगह सफेद तारों का मकड़जाल फैला हुआ है, जिसके जरिए अवैध कनेक्शन लेकर बिजली चोरी की जा रही है। इस बेतरतीब चोरी का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है, जो बिजली कटौती और अनियमित आपूर्ति की समस्या से जूझ रही है। आश्चर्यजनक रूप से, विद्युत मंडल के कर्मचारी और लाइन परिचालक इस गैरकानूनी गतिविधि में सांठगांठ के आरोपों में घिरे हैं, जिसके चलते यह समस्या और गंभीर हो गई है।
शहर के विभिन्न हिस्सों, विशेष रूप से सिटी सेंटर और नेशनल हाईवे के आसपास के इलाकों में अवैध कनेक्शनों की बाढ़ सी आई हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि 90 प्रतिशत से अधिक कनेक्शन गैरकानूनी हैं, और केवल कुछ ही अस्थायी कनेक्शनों के नाम पर चल रहे हैं। ट्रांसफॉर्मरों से सीधे तार जोड़कर बिजली चुराई जा रही है, जिससे न केवल बिजली विभाग को भारी नुकसान हो रहा है, बल्कि नियमित बिल भरने वाले उपभोक्ताओं को भी अंधेरे का सामना करना पड़ रहा है। हाईवे किनारे स्थित ढाबों, होटलों और रेस्तरांओं में भी यह गड़बड़ी बड़े पैमाने पर देखने को मिल रही है। नेशनल हाईवे की पुलिया के नीचे से भी अवैध कनेक्शनों का जाल फैला हुआ है, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
हाल ही में सिटी सेंटर इलाके में एक होटल मालिक के विवाद के चलते पूरे मोहल्ले की बिजली आपूर्ति 24 घंटे से अधिक समय तक ठप रही। इस दौरान नियमित कनेक्शन वाले उपभोक्ता अंधेरे में डूबे रहे, जबकि अवैध कनेक्शनों से बिजली का उपयोग बेरोकटोक जारी रहा। खुद विधुत मंडल कार्यालय के बाहर अवैध रूप से टिल्लू पंप चलते थे जब शिकायते हुई तब जाकर उन पर रोक लग पाई ।स्थानीय निवासियों का आरोप है कि लंबे समय से करैरा में पदस्थ बिजली विभाग के कर्मचारी और लाइन परिचालक इस चोरी को बढ़ावा दे रहे हैं। इन कर्मचारियों की मिलीभगत के बिना इतने बड़े पैमाने पर चोरी संभव नहीं है।
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि विद्युत मंडल और जिला प्रशासन इस मामले में सख्त कार्रवाई करे। हाईवे किनारे के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की गहन जांच होनी चाहिए, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कितने ढाबे और होटल अवैध रूप से बिजली का उपयोग कर रहे हैं। साथ ही, शहर में फैले सफेद तारों के जाल को हटाने और दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग भी लोग कर रहे है।
बिजली चोरी की इस समस्या ने न केवल विभाग को आर्थिक नुकसान पहुंचाया है, बल्कि आम जनता को भी परेशानी में डाल दिया है। बिजली कटौती और ओवरलोडिंग की वजह से कई इलाकों में घंटों बिजली गुल रहती है। यदि इस पर तत्काल अंकुश नहीं लगाया गया, तो करैरा में बिजली आपूर्ति की स्थिति और बदतर हो सकती है। जिला प्रशासन और बिजली विभाग से अपेक्षा है कि वे इस मकड़जाल को तोड़ने के लिए ठोस कदम उठाएं, ताकि नियमित उपभोक्ताओं को राहत मिल सके और बिजली चोरी पर लगाम लगाई जा सके।
बॉक्स:-
(1) करैरा के नेशनल हाइवे 27 सिलारपुर से लेकर चिनोद तिराहे तक एवं गैस एजेंसी के पीछे बनी कॉलोनी, नवीन एसडीएम कार्यालय के पास कंजरों के डेरा पर, गिर्राजी मंदिर फिल्टर प्लांट के नजदीक, रजनी वाटिका के पास स्थित एक आरामशीन के पास स्थित ट्रांसफार्मर में कनेक्शन, ताज विलास के पीछे स्थित ट्रांसफार्मर में कनेक्शन, यादव मोहल्ला के ट्रांसफार्मर में अवैध कनेशन की भरमार है यह सभी लाईन मैनो की साँठ गाँठ से चल रहा है ।
(2) काजी मोहल्ला में करीब 25 लाख का बिल भरने के कारण करीब 3 महीने से लाइट नहीं है डीपी फुकी होने के कारण नहीं बदल रही हैं जबकी इस कारण बिल भरने वाले उपभोक्ताओं पर भी मार पड़ रही है इस मोहल्ले में कहीं लोगो के 3 से 5 लाख का विल वर्षों से बकाया है लेकिन उन लोगो के घर में आज भी लाइट है एवं धड़ल्ले से 3- 4 एसी चल रही है ऐसे आरोप स्थानीय लोगों ने लगाए । जबकी डीपी लंबे समय से नहीं होने से ज्यादतर लोग अवैध कनेक्शन लिए हुए है ।
वर्जन:-
(1) आपने बताया है उन जगह अपने पूर्व में प्रकरण बनाये है इसके बाद भी कनेक्शन जोड़ लेते है इनके खिलाफ मुहिम चलाएंगे तभी निजात मिलेगी एवं जो लाइन परिचालक या कर्मचारी इनमे मिले हुए उन्हें भी चिन्हित कर कार्यवाही करेंगे
जे एम श्रीवास्तव एई विधुत मंडल करैरा
(2) पहले 2 या 3 बार कार्यवाही कर चुके है अब पुनः कार्यवाही करेंगे । अगर कोई कर्मचारी के ख़िलाफ़ शिकायत आयेगी तो जाँच करेंगे, सबूत के आधार पर कार्यवाही करेंगे
संदीप कालरा महाप्रबंधक विधुत मंडल शिवपुरी
(3) 24 घंटे से अधिक समय हो गया है दूसरो का विवाद है हमारी लाइट कटी है कोई सुनवाई नहीं है गर्मी से परेशान है ।
आरती साहू उपभोक्ता सिटी सेंटर करैरा
(4) करैरा कार्यालय में लंबे समय से लाइन परिचालक पदस्थ है उसकी मनमानी चल रही है खुद लाइन परिचालक की जगह बाबू बना बैठा रहता है । इसके साथ जितने इसके दोस्त रहते है उन सबकी क़रीब 5 वर्षों की जांच करोंगे तो सच्चाई सामने आ जाएगी
अखिलेश वंशकार विधुत उपभोक्ता
पत्रकार राजेन्द्र गुप्ता मोनं 8435495303