सीएमओ ने कहा बिना एनओसी के नहीं करते काम, नगर परिषद की आय बढ़ाने के निर्माण आवश्यक है
करैरा: करैरा नगर परिषद द्वारा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (पीएचई) विभाग की भूमि पर अनधिकृत रूप से शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के लिए दुकान निर्माण का टेंडर जारी करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। नगर परिषद के उपाध्यक्ष राजीव सिकरवार ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराते हुए इसे नियमों की खुलेआम अनदेखी और शासन को लाखों रुपये के नुकसान का कारण बताया है। टेंडर क्रमांक 117312701, जिसकी अनुमानित लागत 54,57,778 रुपये है, बिना भूमि अधिग्रहण या राजस्व मूल्य चुकाए जारी किया गया, जो प्रशासनिक अनियमितताओं को उजागर करता है।
पीएचई भूमि पर अनधिकृत टेंडर, नियमों का उल्लंघन
उपाध्यक्ष राजीव सिकरवार ने अपनी शिकायत में बताया कि पीएचई विभाग की भूमि पर बिना वैधानिक अनुमति के शॉपिंग कॉम्प्लेक्स निर्माण का टेंडर निकाला गया है। इस भूमि का न तो नगर परिषद ने अधिग्रहण किया, न ही पीएचई से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लिया गया। सिकरवार ने आरोप लगाया कि नगर परिषद ने प्रशासन को गुमराह कर तकनीकी स्वीकृति हासिल की। प्रस्तावित निर्माण स्थल पर 33 केवी विद्युत लाइन और शहर का गंदा नाला होने से सुरक्षा मानकों का भी उल्लंघन हो रहा है।सिकरवार ने चेतावनी दी कि यदि पीएचई विभाग इस भूमि पर अपना हक जताता है, तो निर्माण अवैध घोषित हो सकता है, जिससे शासन को भारी आर्थिक नुकसान होगा।
पहले भी नियम-विरुद्ध टेंडर, कार्यशैली पर सवाल
राजीव सिकरवार ने अपनी शिकायत में यह भी उजागर किया कि करैरा नगर परिषद का यह पहला नियम-विरुद्ध टेंडर नहीं है। पूर्व में नगरीय सीमा से बाहर श्योपुरा ग्राम पंचायत क्षेत्र में शनि मंदिर निर्माण के लिए टेंडर निकाला गया था, जो नगर परिषद के अधिकार क्षेत्र से बाहर था। सिकरवार ने कहा कि बार-बार ऐसी अनियमितताएं नगर परिषद की कार्यशैली पर सवाल उठाती हैं और अधिकारियों-ठेकेदारों की सांठगांठ की आशंका को बल देती हैं। उन्होंने मांग की कि इस टेंडर को तत्काल रद्द किया जाए और दोषी अधिकारियों की जवाबदेही तय हो।
उपाध्यक्ष ने कहा शासन को होगा आर्थिक नुकसान , सीएमओ ने कहा परिषद की आय बड़ेगी
उपाध्यक्ष सिकरवार ने चेतावनी दी कि इस टेंडर से शासन को 54,57,778 रुपये से अधिक का नुकसान हो सकता है। यदि निर्माण के बाद भूमि अवैध पाई जाती है, तो पूरी राशि के साथ संसाधन बर्बाद होंगे और कानूनी खर्च भी बढ़ेगा।
पारदर्शिता और जांच की मांग की । जबकी सीएमओ पूरन कुशवाह द्वारा स्पष्ट शब्दों में कहा गया कि यह दुकानो का निर्माण करैरा वासियों के हित में है एवं इससे परिषद का भी फायदा होगा परिषद को भी इनकम मिलेगी ।
इनका कहना है ।
(1) नगर परिषद के अध्यक्ष और सीएमओ की मिलीभगत से यह कार्य संचालित हो रहे है अगर इन्होंने यह फर्जीवाड़ा बंद नहीं किया तो में शहर की जनता के साथ कलेक्टर ,कमिश्नर हर जगह शिकायत करूँगा ।
राजीव सिकरवार उपाध्यक्ष नगर परिषद करैरा
(2) नगर परिषद को अपनी आय बढ़ाने के लिये जो भी कार्य शहर में करना हो करना चाहिए, जब दुकाने बनेगी तो लोगो को रोजगार मिलेगा और परिषद को टैक्स मिलेगा । हम नगर परिषद के कार्य का समर्थन करते है ।
शालिनी नीरज शर्मा पार्षद वार्ड नंबर 3 करैरा
(3) हम स्वीकार करते है कि शनि मंदिर का टेंडर गलत हुआ था उसे हम निरस्त करेंगे लेकिन यह पीएचई से एनओसी लेकर ही टेंडर स्वीकृत हुआ है । नगर परिषद को भविष्य में इसके लाभ मिलेगे ।
पूरन कुशवाह सीएमओ नगर परिषद करैरा
(4) हमारा कार्यालय नगर परिषद की जमीन में बना हुआ है वह कोई भी निर्माण कार्य कर सकते है ।जब उनकी जमीन में बैठे तो हमे क्यो आपत्ती होगी ।
आर.डी.एस दंडोतिया एसडीओ पी.एच ई.करैरा
पत्रकार राजेन्द्र गुप्ता मो नं8435495303