दतिया,आंनद का पर्याय है डॉ.सीकर कविता पर्व , अपर कलेक्टर कमलेश भार्गवडॉ.सीकर स्मृति कविता पर्व का 219 वाॅं अंक सम्पन्न ।

अपर कलेक्टर कमलेश भार्गव  का डॉ.आलोक ने किया सम्मान दतिया /  अठारह वर्षों से साहित्यक जनजागरण का कार्य कर रहा  है  कविता पर्व ।  डॉ.आलोक सोनी  समाज , साहित्य और शिक्षा जगत के गौरव है , उनका यह प्रयास अनूठा और अद्वितीय है । आंनद का पर्याय है डॉ.सीकर कविता पर्व  " -----    उक्त विचार डॉ. आलोक संस्थान के तत्वावधान में , न्यू दतिया पब्लिक स्कूल के परिसर में , डबल डायमंड  जुबली  समारोह के वाद  , आयोजित 219 वें   " मासिक  डॉ.सीकर स्मृति  कविता पर्व में  " , मुख्य अतिथि की आसंदी से जिला पंचायत दतिया के सीईओ और अपर कलेक्टर कमलेश भार्गव ने व्यक्त किए  । अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष  प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. आलोक सोनी ने की ।  कविता पर्व का संचालन सुप्रसिद्ध शिक्षक रवि भूषण खरे ने किया  । सुन्दर स्वर लहरी में , युवा कवियत्री  श्रीमती मंजू खरे ने सुन्दर सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की ।  बुन्देली कवि सुन्दर लाल श्रीवास्तव ने  कविता पाठ करते हुए कहा -- " वे कछु करें न धरें, घरकिन से लर लर परें    ' सराही गई  । सुप्रसिद्ध कवि राजेंद्र सिंह खेंगर   ने  रचना सुनाते हुए कहा - " कहती गीता वाईविल , बोले यही कुरान ,अगर मानते हो मुझे ,बने रहो इंसान " भरपूर तालियां बजवाई ।   इस अवसर पर संस्थान अध्यक्ष डॉ. आलोक सोनी ने सभी साहित्यिक मित्रों के साथ मिलकर अपर कलेक्टर कमलेश भार्गव  का अंगपट्टिका , शाॅल , श्रीफल ,भेंट करके विशेष सम्मान किया , साथ ही उन्होंने आदर्श शिक्षक रवि भूषण खरे के शैक्षणिक योगदान को भी सम्मानित किया । इस अवसर पर डॉ.आलोक सोनी ने कहा -  " हमें उत्कृष्ट प्रशासनिक अधिकारी कमलेश भार्गव का सम्मान करके गर्व हो रहा है । आप मेहनती, क्रियाशील , समर्पित अधिकारी हैं "  युवा कवियत्री प्रिंशी कुशवाहा ने अपनी  रचना सुनाते हुए   कहा -"  नारी सब पर भारी है   " भरपूर सराही गई  । हास्य कवि राजेन्द्र शुक्ल मधुर   और हास्य कवि अरूण सिद्ध ने बेहतरीन हास्य रचनायें  सुनाकर आनंदित कर दिया । तो वही राष्ट्रपति शिक्षक  पुरस्कार प्राप्त अमरसिंह दिनकर  ने कविता सुनाते हुए कहा -- ' पैसा है  मोहमंत्र , पैसा है जादू ,पैसा है लोकतंत्र ' सराही गई । सुप्रसिद्ध कवियत्री अर्चना जाटव ने कविता पर्व की तथा डॉ.आलोक सोनी के योगदान की भरपूर सराहना करते हुए सुन्दर रचना प्रस्तुत की  । सुप्रसिद्ध कवि महेश लाक्षाकार  ने श्रृंगार रचना प्रस्तुत करते हुये कहा -' प्रिया बनकर जो तुमने मेरा मन दर्पण तोड़ा ' आनंदित कर गई ।   सुघर सिंह रावत और डी के वर्मा ने बेहतरीन रचनाएं सुनाकर सभी को ख़ुशी प्रदान की । प्रसिद्ध शायर ईमाम डॉ.माशूक अली ने राष्ट्रवादी रचना सुनाते हुए कहा - नारा ऐ वन्दे मातरम हम लगा देंगे । ज़मीं  क्या है , आसमान भी हिला देंगे " भरपूर ताली बजवाई । इस अवसर पर , रामकुमार रजक , पटवारी  दिनेश श्रीवास्तव  ,सहदेव कुशवाहा उपस्थित थे  । आभार एजी किड्स स्कूल के संचालक , समाजसेवी रामकुमार कुशवाहा ने व्यक्त किया ।
पत्रकार राजेंद्र गुप्ता मो नं8435495303